नई उद्योग नीति बनेगी सुविधाएं बढ़ेंगी
उज्जैन। लघु उद्योग भारती द्वारा आयोजित दो दिवसीय मेगा सम्मेलन की समापन बेला में रविवार को नई उद्योग नीति और उसमें सुविधाएं कैसे बढ़ें, इन आयामों को लेकर चर्चा हुई।
हरिफाटक ब्रिज के समीप स्थित रूचिश्री गार्डन में लघु उद्यमी सम्मेलन के समापन अवसर पर आयोजित प्रेसवार्ता में बताया गया कि लघु उद्योगों के बेहतर विकास के लिए देश और समाज को आगे आना होगा। शुभारंभ सत्र में आए उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने उद्यमियों को आश्वस्त किया कि उद्योगों को सहायता में कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी। जरूरत सिर्फ जागरूकता की है।
प्रस्तावों पर हुई चर्चा
सम्मेलन में भारत सरकार की आगामी उद्योग नीति कैसे बने, लघु उद्योगों को सरकार कैसे प्रोत्साहन दे, प्रस्तावों पर चर्चा की गई। बैंकों की ऋण योजना, एमपीएफसी से ब्याज दर कम करने की अपील की गई।
समस्याएं भी गिनाई- देशभर से आए उद्यमियों ने समस्याएं भी गिनाई। विद्युत मंडल अधिकारी उद्योग क्षेत्र में फेस बनाते हैं, इसकी जानकारी उद्योगपतियों को नहीं रहती है, जिससे अतिरिक्त बोझ ढोना पड़ता है। इस पर रोक लगाने जरूरी है, जैसी गंभीर समस्याओं पर भी चर्चा हुई। राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद जैन, राष्ट्रीय महामंत्री नंदकिशोर सिंह, मध्य भारत प्रांत अध्यक्ष उल्लास वैद्य, डॉ. अजय नारंग आदि उपस्थित थे।
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