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Saturday, 23 April 2011

आज जमा होंगे लघु उद्यमी


23/04/2011                                                          देश के छोटे व लघु उद्योगों से संबंधित उद्योगपति शनिवार की शाम एक साथ अपनी समस्याओं व नई नीतियों को लेकर सुर में सुर मिलाते नजर आएंगे। लघु उद्योग भारती के बैनर तले शनिवार की शाम लघु उद्यमियों का महाकुंभ होगा। इसके साथ ही लघु उद्योग भारती की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक भी आहूत की जाएगी। लघु उद्यमियों की उद्योग संबंधित समस्याओं एवं राज्य सरकार के समक्ष मांगों को रखने के मकसद से लघु उद्योग भारती पहली बार लघु उद्यमी सम्मेलन आयोजित कर रही है। इसमें देशभर के सैकड़ों लघु उद्यमी भाग लेंगे। उद्यमी सम्मेलन के माध्यम से अपनी मांगों को राज्य सरकार तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे। लघु उद्योग भारती की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक भी होगी, जिसमें उद्यमी समस्याओं और नई नीतियों पर मंथन करेंगे। 23 व 24 अप्रैल को प्रांतीय पदाधिकारी बैठक में हिस्सा लेंगे।

 मध्य भारत प्रांत अध्यक्ष उल्लास वैद्य के अनुसार लघु उद्योग भारती लघु उद्यमियों के हित में काम करने वाला एकमात्र संगठन है। व्यवस्था में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. अजय नारंग, संयोजक नेमीचंद जैन, उपाध्यक्ष राधेश्याम पाटीदार, सचिव कपिल कटारिया व अन्य पदाधिकारी जुटे हैं।



स्थान - हरिफाटक ब्रिज के समीप रुचि-श्री गार्डन

आयोजन - 23 अप्रैल को सुबह 10.30 बजे से 4 बजे तक राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक।

शाम 4.30 बजे से 7 बजे तक लघु उद्यमियों का सम्मेलन।

24 अप्रैल की सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक और समापन।

लघु उद्यमी सम्मेलन के अतिथि 

वाणिज्य एवं उद्योगमंत्री कैलाश विजयवर्गीय, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री पारस जैन, सांकलचंद्र बागरेचा, सांसद प्रेमचंद गुड्डू के साथ ही मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के भी आने की संभावना। मुख्य वक्ता के रूप में सम्मेलन को संबोधित करेंगे प्रसिद्ध अर्थशास्त्री बजरंग लाल गुप्ता (नईदिल्ली)। अध्यक्षता करेंगे आरएसएस के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख हस्तीमल कुमार।

सम्मेलन में भाग लेने वाले उद्यमी - करीब 500 लघु उद्यमी

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उपस्थित होने वाले प्रमुख पदाधिकारी - लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद जैन (लुधियाना), राष्ट्रीय महामंत्री नंदकुमार सिंह (रांची), उपाध्यक्ष ओमप्रकाश मित्तल (जयपुर) सहित प्रत्येक प्रांत के अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष भाग लेंगे।

लघु उद्योग मंत्रालय बनाने की होगी प्रमुख मांग

लघु उद्योग सम्मेलन के माध्यम से उद्यमियों द्वारा केंद्र की तर्ज पर मप्र सरकार से लघु उद्योगों के लिए स्वतंत्र मंत्रालय बनाने की मांग की जाएगी। लघु उद्योग भारती के प्रदेश प्रभारी एवं केंद्रीय कार्य समिति सदस्य डॉ. अजय नारंग (भोपाल) के अनुसार लघु उद्योगों के लिए प्रदेश में एक स्वतंत्र मंत्रालय होना चाहिए। इसकी मांग सम्मेलन में की जाएगी। इसके साथ ही लघु उद्योगों को मूलभूत संरचनाएं उपलब्ध कराने की मांग रखी जाएगी। 12 जनवरी 2007 को भोपाल में आयोजित सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा लघु उद्योगों के लिए स्वतंत्र मंत्रालय बनाने की घोषणा करने के बाद भी मंत्रालय नहीं बनाए जाने पर उद्योगमंत्री कैलाश विजयवर्गीय को घोषणा पर अमल करवाने के लिए रिमाइंडर दिया जाएगा।

यह भी रखी जाएंगी मांगें 

> लघु उद्योगों को मूलभूत सुविधाएं (सड़क, पानी व बिजली) उपलब्ध हों। 

> नगर निगम और एकेवीएन द्वारा प्रापर्टी टैक्स केवल एक संस्था द्वारा ही लिया जाए।

> इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी बनाई जाकर उसमें लघु उद्योग भारती अथवा लघु उद्यमियों को भी स्थान दिया जाए।

> प्रदेश में स्टॉम्प ड्यूटी को कम किया जाए। 

> लघु उद्योगों से लिए जाने वाले फिक्सड चार्ज बंद हों।

> मप्र फाइनेंस कार्पोरेशन द्वारा लघु उद्योगों को कम ऋण दिया जाता है। ऋण की सीमा बढ़ाई जाए, ब्याज दर 7 से 9 प्रतिशत के बीच रखी जाए।

> लघु उद्योगों के उत्पादनों की मार्केटिंग के लिए प्रयास किए जाएं।

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